Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग (Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog) की स्थापना 29 सितंबर, 2020 को बिहार राज्य में स्थानीय निकायों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए की गई थी। आयोग की अध्यक्षता न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एसएन पाठक कर रहे हैं। आयोग के अन्य सदस्य हैं:
- श्री विजय कुमार चौधरी, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार सरकार
- श्री आरके सिंह, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार सरकार
- श्री अरुण कुमार सिंह, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार सरकार
- श्रीमती वीणा सिंह, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार सरकार
आयोग का कार्यकाल 31 मार्च, 2025 तक है।
Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : कितना पैसा की स्वीकृति मिली
आयोग की सिफारिशों के आधार पर, बिहार सरकार ने स्थानीय निकायों को 2021-22 से 2024-25 के दौरान 29,876 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस राशि में से 19,419 करोड़ रुपये पंचायती राज संस्थाओं को और 10,457 करोड़ रुपये शहरी स्थानीय निकायों को दिए जाएंगे।
आयोग ने अपनी सिफारिशों में निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया है:
- स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति
- स्थानीय निकायों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता
- स्थानीय निकायों द्वारा किए गए राजस्व संग्रह
- स्थानीय निकायों द्वारा किए गए व्यय
आयोग की सिफारिशों का उद्देश्य बिहार में स्थानीय निकायों को मजबूत करना और उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाना है।
Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका
बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग (Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog) में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। आयोग ने अपनी सिफारिशों में पंचायत प्रतिनिधियों को निम्नलिखित भूमिकाएं सौंपी हैं:
- पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए राजस्व संग्रह की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए व्यय की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों को आयोग की सिफारिशों को लागू करने में भी शामिल किया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका निम्नलिखित तरीकों से महत्वपूर्ण है:
- पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति और सेवाओं की गुणवत्ता की बेहतर समझ है।
- पंचायत प्रतिनिधि स्थानीय लोगों की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझते हैं।
- पंचायत प्रतिनिधि पंचायती राज संस्थाओं को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में मदद कर सकते हैं।
पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी बिहार में पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत बनाने और उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यहां कुछ विशिष्ट तरीके दिए गए हैं जिनसे पंचायत प्रतिनिधि बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों में योगदान दे सकते हैं:
- पंचायत प्रतिनिधि आयोग की सिफारिशों पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
- पंचायत प्रतिनिधि आयोग की सिफारिशों को लागू करने में मदद कर सकते हैं।
- पंचायत प्रतिनिधि आयोग की सिफारिशों के बारे में जागरूकता बढ़ा सकते हैं।
पंचायत प्रतिनिधियों को आयोग की सिफारिशों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : वार्ड सदस्य की भूमिका
बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग (Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog) में वार्ड सदस्य की भूमिका महत्वपूर्ण है। आयोग ने अपनी सिफारिशों में वार्ड सदस्यों को निम्नलिखित भूमिकाएं सौंपी हैं:
- वार्ड सदस्यों को वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- वार्ड सदस्यों को वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- वार्ड सदस्यों को वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए राजस्व संग्रह की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
- वार्ड सदस्यों को वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए व्यय की समीक्षा करने में शामिल किया जाएगा।
वार्ड सदस्यों को आयोग की सिफारिशों को लागू करने में भी शामिल किया जाएगा।
वार्ड सदस्यों की भूमिका निम्नलिखित तरीकों से महत्वपूर्ण है:
- वार्ड सदस्यों को वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं की वित्तीय स्थिति और सेवाओं की गुणवत्ता की बेहतर समझ है।
- वार्ड सदस्य वार्ड के लोगों की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझते हैं।
- वार्ड सदस्य वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में मदद कर सकते हैं।
वार्ड सदस्यों की सक्रिय भागीदारी बिहार में वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत बनाने और उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यहां कुछ विशिष्ट तरीके दिए गए हैं जिनसे वार्ड सदस्य बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों में योगदान दे सकते हैं:
- वार्ड सदस्य आयोग की सिफारिशों पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
- वार्ड सदस्य आयोग की सिफारिशों को लागू करने में मदद कर सकते हैं।
- वार्ड सदस्य आयोग की सिफारिशों के बारे में जागरूकता बढ़ा सकते हैं।
वार्ड सदस्यों को आयोग की सिफारिशों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
वार्ड सदस्यों के लिए कुछ विशिष्ट कार्य जो वे कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:
- वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं की आय और व्यय का लेखा-जोखा रखना।
- वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों की निगरानी करना।
- वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करना।
- वार्ड स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए काम करना।
वार्ड सदस्य बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : पैसे की निकासी
बिहार षष्ठम राज्य वित्त आयोग (Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog) के अनुसार, वार्ड स्तर पर पैसे का निकास निम्नलिखित तरीके से किया जाएगा:
वार्ड सदस्य
- वार्ड सदस्य वार्ड स्तर पर किए जाने वाले सभी खर्चों के लिए जिम्मेदार होंगे।
- वार्ड सदस्य वार्ड स्तर पर किए जाने वाले सभी खर्चों के लिए बजट तैयार करेंगे।
- वार्ड सदस्य वार्ड स्तर पर किए जाने वाले सभी खर्चों के लिए भुगतान स्वीकृत करेंगे।
ग्राम सभा
- ग्राम सभा वार्ड स्तर पर किए जाने वाले सभी खर्चों की समीक्षा करेगी।
- ग्राम सभा वार्ड स्तर पर किए गए खर्चों के बारे में ग्रामीणों को जानकारी देगी।
- ग्राम सभा वार्ड स्तर पर किए गए खर्चों के बारे में शिकायतों का निवारण करेगी।
पंचायत सचिव
- पंचायत सचिव वार्ड स्तर पर किए जाने वाले सभी खर्चों का लेखा-जोखा रखेगा।
- पंचायत सचिव वार्ड स्तर पर किए गए खर्चों के लिए भुगतान जारी करेगा।
- पंचायत सचिव वार्ड स्तर पर किए गए खर्चों के बारे में ग्राम सभा को रिपोर्ट देगा।
वार्ड स्तर पर पैसे का निकास निम्नलिखित मदों के लिए किया जा सकता है:
- वार्ड स्तर पर किए जाने वाले कार्यों का खर्च
- वार्ड स्तर पर किए जाने वाले कार्यक्रमों का खर्च
- वार्ड स्तर पर किए जाने वाले अन्य खर्च
Bihar Shashtam Rajya Vit Aayog : पंचायत की योजना कैसे देखें
- सबसे पहले आप नीचे मे षष्टम वित्त आयोग योजना लिस्ट के लिंक पे क्लिक कर ले |
- आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा |
- वहाँ आपको Level का बॉक्स दिखेगा , उसमे Gram Panchayat सिलेक्ट कर के सर्च पे क्लिक करे |
- अब आपके सामने District , Block , Panchayat सिलेक्ट करने का ऑप्शन आएगा | वहाँ अपना जिला , अंचल , पंचायत को सिलेक्ट कर ले |
- उसके बाद आप सर्च पे क्लिक कर ले |
- आपके सामने आपके पंचायत का षष्टम राज्य वित्त आयोग की सभी योजना का लिस्ट आ जाएगा | किस योजना के लिए कितने पैसे का स्वीकृति मिल है एवं कितना पैसा का निकासी हुआ है वो भी आप पता कर सकते है |
सारांश
इस लेख मे, हमने आप सभी पूरे विस्तार से बिहार षष्टम राज्य वित्त आयोग की सभी जानकारी साझा की है। उपरोक्त ऊपर बताए गए सभी जानकारी को पढ़कर एवं जानकर आसानी से आप अपने पंचायत के षष्टम राज्य वित्त आयोग योजना का लिस्ट देख सकते है |
Important Link |
षष्टम वित्त आयोग योजना लिस्ट | Click Here |
MGNREGA Job Card Apply | Click Here |
PM Awas Online Apply | Click Here |
Solar Street Light Yojana List | Click Here |
Panchayati Raj Letter | Click Here |
Join Telegram Group | Click Here |